यह आर्टिकल “Career in Corporate Law” आपको भारत में कॉर्पोरेट वकील बनने के तरीके के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करेगा। अगर आप भी इस करियर को फॉलो करना चाहते हैं और एक कॉर्पोरेट लॉयर बनना चाहते हैं या इसके बारे में जानकारी लेना चाहतें तो इस आर्टिकल को जरूर पड़ें|
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके सभी doubt दूर हो जायेंगे और आपको मालूम चल जायेगा के यह मेरे लिए एक सही करियर विकल्प है या नहीं|
आपको “Career in Corporate Law” के इस लेख में इन निम्नलिखित चीजों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी…
क्या है Corporate Lawyer?
Corporate शब्द का सम्बन्ध सीधे Business से है इसलिए Corporate Lawyer को Business Lawyer भी कहते हैं|
एक कॉर्पोरेट लॉयर व्यवसाय और कॉर्पोरेट कानूनों में एक्सपर्ट होता है, जोकि कंपनियों और उद्योगों को वैध तरीके से बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए वे व्यवसाय को बढ़ाने और सफलता प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इसलिए हम कह सकते हैं कि किसी भी प्रकार के उभरते व्यवसाय के लिए कॉर्पोरेट वकील किसी भी लेन-देन से पहले आधारभूत आधार प्रदान करता है, यानी के व्यवसाय से संबंधित कानूनों में विशिष्ट वकील उद्योग बनाने और बढ़ाने में मदद करता है।
Corporate law आज के उपलब्ध ग्लैमरस और रोमांचक करियर विकल्प में से एक है।
Tips: एक वकील होने के नाते आपको पढ़ने और लिखने की आदत बनानी पड़ती है क्योंकि आपको नौकरी के दौरान (काम करते हुए) बहुत कुछ पढ़ना पड़ता है और रिसर्च करनी पड़ती है और कानूनी दस्तावेजों को भी तैयार करना पड़ता है।
Corporate Lawyer कैसे बने? क्या Corporate Lawyer बनना दूसरे लॉयर्स या वकील (Advocate) बनने से अलग है?
Yes, एक कॉर्पोरेट लॉयर बनना एक वकील या किसी अन्य प्रकार के लॉयर के समान नहीं है। आज कई अन्य प्रकार के कानून कैरियर उपलब्ध हैं, जिन्हें आप लॉ में डिग्री करने के बाद चुन सकते हैं।
जानें लॉ करने के बाद आपके पास कौन-कौन से करियर विकल्प मौजूद हैं
सभी प्रकार के लॉयर्स के बारे में आम (common) बात यह है कि वे सभी कानून शब्द के अंतर्गत आते हैं। किसी भी एक विशिष्ट कानून कैरियर में जाने से पहले सभी वकीलों को कानून का अध्ययन करना पड़ता है।
Corporate Lawyer: As its name suggests it deals with the industries and business law.
Advocate: वकील वह व्यक्ति होता है जो अदालत में मुकदमेबाजी में माहिर होता है। यह पारंपरिक कैरियर विकल्प है जिसे आपने फिल्मों और टीवी शो में भी देखा होगा| वे आम तौर पर अभियोजक (Prosecutor) या आपराधिक वकील (Criminal Lawyer) या कभी-कभी सिर्फ एक वकील (Lawyer) के रूप में संदर्भित होते हैं (जाने जाते हैं)।
जानें Advocate बनने की पूरी प्रक्रिया को
चूंकि लॉयर्स के पास ढ़ेरों करियर विकल्प मौजूद हैं और उनमे से वे किसी एक विशेष क्षेत्र को चुन सकते हैं और उसमे महारत हासिल कर सकते हैं| पर ये सभी क्षेत्र कुछ हद तक एक दूसरे से अलग हैं|
इसलिए एक वकील अन्य वकीलों की तुलना में अलग कौशल प्राप्त कर सकता है। जैसा की एक अभियोजक (Advocate) अदालत में बहस करने में कुशल हैं।
खास करके इंडिया में, अधिकांश लोगों के मन में एक गलत धारणा है कि एक वकील होने का मतलब है कि आपको अपराध से निपटने के लिए हर दिन अदालत में जाना होगा। लेकिन आजकल यह बात पूरी तरह से सच नहीं है, आपके पास कानून में कई करियर विकल्प हैं।
एक कॉर्पोरेट लॉयर होने के नाते आपको वास्तव में अदालत में जाने की कोई जरुरत नहीं है, यहाँ तक के आप अपने पूरे कॉर्पोरेट कैरियर में भी, आप एक दिन के लिए अदालत में नहीं जाएंगे।
Corporate Lawyer बनने के लिए Education Requirements
Education 1 (Mandatory): High School
कॉर्पोरेट लॉयर बनने के लिए आपको किसी भी साइट से (Art/Commerce/ Science) अपना इंटरमीडिएट हाई स्कूल (12 वीं) पारित (pass) करना होगा।
हालांकि, अधिकांश छात्र अपने senior secondary high school में commerce चुनते हैं। और कॉर्पोरेट क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए यह वास्तव में आपको लाभ देता है। साथ ही साथ आपके कॉर्पोरेट कानून अध्ययनों में व्यवसाय शब्दावली को समझना आसान बनाता है। मतलब के अगर आप 12th commerce से करते हैं तो आपके केलिए corporate law को समझना आसान होजायेगा अन्य arts and science students के मुक़ाबले
Education 2 (Mandatory): LLB (Bachelor of Legislative Law) | 5 years Duration
वकील बनने के लिए आज कई एकीकृत एलएलबी कार्यक्रम (Integrated LLB programs) उपलब्ध हैं। लेकिन अगर आप कानून के कॉर्पोरेट क्षेत्र में जाना चाहते हैं, तो आपको B.Com LLB और BBA LLB एकीकृत कार्यक्रम (Integrated program) के लिए जाना चाहिए। यह कोर्स कई top रैंकिंग कानून कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में उपलब्ध है, और यह पांच साल का एकीकृत कार्यक्रम है।
Education 3 (Optional): LLM (Master of Laws)
एक कॉर्पोरेट वकील के रूप में अपने करियर की यात्रा शुरू करने के लिए, आपको आम तौर पर नौकरी पाने के लिए मास्टर की डिग्री की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए आप अगर Post-graduation न भी करें तो कोई दिक्कत नहीं है| अन्य कॉर्पोरेट वकीलों के जैसे आप भी कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद, आप इसे बाद में कर सकते हैं।
5 साल की LLB न करके आपके के पास वकील बनने केलिए एक और रास्ता उपलब्ध है, वैकल्पिक तरीके को जानने के लिए यहां क्लिक करें
What is Post Graduate Diploma in Corporate Law (PGDCL)?
कॉर्पोरेट कानून क्षेत्र में नौकरी पाने का यह एक वैकल्पिक तरीका (alternative path) है, जिसको बहोत सारे स्टूडेंट अपनाते हैं| लेकिन 5 साल वाले B.Com LLB और BBA LLB कार्यक्रम की तुलना में यह उतना अच्छा नहीं है।
क्योंकि के पांच वर्षों के दौरान आप विभिन्न प्रकार के व्यवसाय और कॉर्पोरेट कानूनों के बारे में जानेंगे, और उन पांच वर्षों में आपको पहले से ही पता होता है कि आप आगे क्या करने जा रहे हैं। तो आप विषयों (कॉर्पोरेट और बिजनेस लॉ) पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जिसका फायदा आपको अपने पुरे करियर में मिलेगा, आपको अपने पूरे करियर में इन्ही चीज़ों से डील करना होगा।
Post Graduate Diploma in Corporate Law Eligibility Criteria
PGDCL प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए आपके पास किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। इसलिए इस प्रोग्राम में आवेदन करने के लिए ऐसा कोई criteria नहीं हैं जो कहता है कि आपके पास केवल कानून में स्नातक की डिग्री ही होनी चाहिए। Postgraduate diploma program में कोई भी आवेदन करने और प्रवेश लेने के लिए योग्य है।
Suggestion: यदि आप एक वकील के रूप में कॉर्पोरेट जीवन का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो मैं सुझाव दूंगा कि आपको निम्नलिखित में से किसी एक में अपनी डिग्री पूरी करनी चाहिए..
- LLB (3 years)
- BA LLB (5 years)
- Bachelor of Science in Law (BSL)
- B.Com
- Bachelor of Business Administration (BBA)
- Bachelor of Business Studies (BBS)
- Bachelor of Business Management (BBM)
- Or any related field of business and marketing
अगर आप पांच साल वाले LLB integrated program (इनमे से किसी एक में, BBA LLB or B.Com LLB) में एडमिशन लेने वाले हैं तो आपको बाद में PGDCL करने की आवश्यक नहीं है| यह उन छात्रों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है, जिन्होंने उपर्युक्त उल्लेख क्षेत्र में डिग्री प्राप्त की है|
कॉरपोरेट लॉ प्रोग्राम में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा की अवधि आमतौर पर 1 वर्ष की होती है।
India Top Colleges for Postgraduate Diploma program in Corporate Law
भारत में ये निम्नलिखित शीर्ष कॉलेज हैं, जहां आप डिप्लोमा कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं
- The Indian Law Institute, New Delhi
- Symbiosis Center for Distance Learning
- Gujarat National Law University, Gandhinagar
- Faculty of Law, Banaras Hindu University
- Central India College of Law, Nagpur
- ILS Law College, Pune
इन कॉलेजों में आपको ऑडिशन आपके ग्रेजुएशन में आये नंबर के आधार पर मिलेगा| इसके अलावा जो छात्र डिप्लोमा कोर्स के लिए पहले अपना नाम दर्ज कराएगा उसको पहले एडमिशन मिलेगा (first come, first served basis)
इन आर्टिकल्स को भी पढ़ें:
- जज कैसे बने? (District & Session Judge, सिविल Judge, Court Magistrate)
- Supreme Court of India में वकील कैसे बने
- Cyber Law/ Internet Law में करियर कैसे बनायें
Corporate Law के अंतर्गत आप कॉलेज में क्या सीखेंगे?
- Business Organization & Management
- Managerial Economics and Accounting
- Income Tax: Theory, Practice and Management
- Business and taxation law
- Corporate Accounting
- Corporate Governance
- Financial Management
- Financial Institutions & Markets
- Insurance Law
- Intellectual Property Rights
- Law of Taxation
- Labour Laws
एक कॉर्पोरेट वकील के पास कोनसे कौशल (Skills set) होने चाहिए?
- Writing
- Analytics (विश्लेषण विद्या)
- दबाव में काम करने में सक्षम
- Client Handling
- Communication and Interpersonal Skills
Career in Corporate Law, कॉर्पोरेट लॉ में अपना कैरियर कैसे बनाएं | Corporate Lawyer कैसे बने?
[Step 1] Senior Secondary High School (10+2)
किसी भी साइट (Arts/Commerce/Science) से आपको अपनी 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी|
[Step 2] Law schools entrance examination
भारत के topmost और बेहतरीन कानून कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए आपको entrance exams की तयारी करनी पड़ेगी| पूरे भारत में विभिन्न प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इसलिए यदि आप अच्छे कानून स्कूल में प्रवेश लेना चाहते हैं तो आपको कानून प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार रहना होगा।
CLAT और AILET कानून उम्मीदवारों के बीच सबसे लोकप्रिय प्रवेश परीक्षा है। इन दो entrance exam को हर वो एक स्टूडेंट देता है जिसको लॉयर बनना है|
[Step 3] Bachelor of Laws (LLB)
कॉर्पोरेट लॉ में अपना करियर बनाने केलिए आपको पहले लॉयर बनना होगा, मतलब आपके पास लॉ में ग्रेजुएशन (LLB) की डिग्री होनी चाहिए
[Step 4] PGDCL
यह step उन उम्मीदवारों के लिए वैकल्पिक (आवश्यक नहीं) step है जिन्होंने अपनी ग्रेजुएशन लॉ (इन में से किसी एक में B.Com +LLB or BBA +LLB) में पूरी की है|
[Step 5] Interview
अब आप आधिकारिक तौर पर एक कॉर्पोरेट लॉयर बन चुके हैं क्योंकि आपने कॉर्पोरेट लॉ और बिसनेस लॉ में अपनी शिक्षा पूरी करली है और यह समय आपके interview में भाग लेने और interview crack करने का समय है।
आप हाउस वकील (public prosecutor) के साथ-साथ law firms और Legal process outsourcing (LPO) में नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं
इस आर्टिकल को भी पढ़ें
- सर्वोच्च न्यायालय का न्यायधीश कैसे बने
- हाई कोर्ट/ District Court में वकील कैसे बने
- High Court Judge कैसे बने
- सरकारी वकील कैसे बने?
कंपनी में Corporate Lawyer किन कामों के लिए जिम्मेदार होते हैं? [Job Description]
- फोन पर क्लाइंट्स के साथ बातचीत करना और यदि आवश्यक हो तो उसे व्यक्तिगत रूप से मिलें।
- क्लाइंट्स के उद्देश्य और मांग को समझें और उनके लिए सबसे अच्छा संभव समाधान ढूंढें जोकि कानूनी हो और किसी भी लॉ का उन्लंघन न कर रहा हो|
- व्यापार के जोखिम को कम करने और रोकने के लिए सभी agreement पेपर्स को ध्यान से समझना और उनकी जाँच करना
- सभी तरह की agreement डील की समीक्षा और समझना, जरुरत पढ़ने पर उन कागजातों को तैयार करना और उनसभी एग्रीमेंट पर अपनी बात रखना और क्लाइंट को समझाना|
- एक कॉर्पोरेट लॉयर इन सभी agreements के साथ डील करता है: Service Agreements, non-disclosure agreements, Lease and License Agreement, Consultancy Agreement, Supply and Purchase Agreement, Distribution Agreement, Maintenance Agreement, Sourcing Agreement, Indemnity Bond, Power of Attorney, Memorandum of Understanding (MOU)
- भारत में और विदेशों में स्थित क्लाइंट्स के प्रस्तावित नियमों और शर्तों की समीक्षा करना (अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर)
- वर्तमान स्थिति को समझकर ग्राहक को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए सलाह देना।
- कंपनी के वर्तमान (present) और आगामी (future) व्यापार सौदों का विश्लेषण करने और समझने के बाद कानूनी रूप से सलाह देना
- सरकारी अधिकारियों के साथ समन्वय (Coordination) रखना और अपने आपको हमेशा up-to-date रखना कानूनी कागजातों और समझौतों को लेकर (Drafting and Vetting)
- सरकारी कानूनों और विनियमों का पालन करके कंपनी की नीतियों के अनुसार tax exemption, permits, trademark, registration, copyright इत्यादि जैसे कानूनी दस्तावेज तैयार करना|
- एक वकील होने के नाते आपको corporate structure issues, employment law, corporate governance, drafting legal opinions, mergers and acquisitions, memoranda जैसे विभिन्न कानूनी मुद्दों और दस्तावेजों पर एक व्यवहार्य समाधान प्रदान करना|
भारत में Corporate Law का Future कैसा है?
भारत अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, इस प्रकार भारत में बहुत से व्यवसाय चल रहे हैं, तो किसी भी कानूनी सीमाओं को तोड़े बिना व्यापार को ठीक से चलाने के लिए। उन सभी companies को ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता है जो corporate and business लेनदेन पर एक विशेषज्ञ है, और व्यवसाय को बढ़ाने के लिए कानूनी सलाह दे सकता हो|
कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भारत में अपने कार्यालय खोल रही हैं। आजकल व्यवसाय न केवल अपने देश के भीतर काम कर रहे हैं, यह कई अंतरराष्ट्रीय स्थानों में भी चलता है। इसलिए इन व्यवसायों को कई स्थानों पर कार्य करने के लिए आपके पास उस संभावित देश की भूमि के कानूनों (Law of the Land) के ज्ञान और अच्छी समझ होनी चाहिए।
एक कानूनी पेशेवर (legal professional) जिसके पास Business to Business (B2B) व्यावसायिक जटिलता और विभिन्न संक्रमण मुद्दों को हल करने की क्षमता है, वास्तव में मांग में है।
तो इन धारणाओं के आधार पर आप कह सकते हैं कि यह करियर बड़ी मांग में है, इसलिए अगर आप को भी corporate lawyer बनना है तो अवश्य आपको बनना चाहिए, इसकी डिमांड हमेशा रहेगी।
Corporate Lawyers Salary कितनी है India में ?
शुरुआत (As a Fresher) में आपकी सैलरी 1,70,000 ₹ से लेकर 4,50,000 ₹ per year तक होगी|
इंडस्ट्री में कुछ साल काम करने के बाद (After 3 to 8 years’ experience) आपकी सैलरी का स्लैब 5,00,000 ₹ से लेकर 25,00,000 ₹ per year तक हो सकता है|
Sir I want make to corporate lawyer I have LLB passed currently working teaching job
Hi Jitendra! अगर आपने LLB की हुई है तो Corporate Lawyer बनने के लिए आपको Post Graduate डिप्लोमा करना होगा जैसा की इस आर्टिकल में बताया गया है|
sir sol se corporate lawyer nhi ban sakate kya aur bar counser me register nhi ho sakte kya
Sir maine ll. B pass kiya ab me corporate lawyer kaise babu?
Hello sir maine ll.b ki hai or main is time ca firm pr wark kr rha hu kya main firm se nikle k bad company me job/ ya self work kr skte h
Hello Akhil! आप कर सकते हैं| पर मेरा सुझाव होगा के पहले आप दूसरी Job ढूंढ लें उसके बाद ही आप जिस Firm में काम कर रहे हैं उसको छोड़ें|
Hello sir my name is sachin sharma aur meine after graduation BA meine 3yrs llb ki hai hai aur mei 10yrs se disit court mein advocate hoon ab mein corporate lawyer Banna chahta hoon toh kya mein iske liye eligible hoon aur mujhe corporate lawyer Banene ke liye kaun si books study karni chahiye pls suggest kare
Hi Sachin! लेख को ध्यान से पढ़ें सभी जरुरी जानकारी दी गयी है|
Kyu bhai kya court m aap earning nhi kr pa rhe ho
Hello my name is Johnson toppo . Avi main part 2 gardaution m hoo. Llb bannae k liye kn si degree leni pdegi Mujhe
Hello Sir I have completed b.com+ llb in 6 year program. So what to do for become a corporate lawyer
Hi..! Corporate lawyer 15 th (graduation) ke baad kayse kare
Please reply me………….
Sir advocate bnne k baad comanies m kis tarah apply kare please suggest
Sir I have llb and mba degree and 5 year experience in teaching now how to start work in corporate
Hello sir I am sandhya I am persuing in bcom 2nd year…mujhe aage Kya krna hoga corporate lawyer ke liye…
Sir, main llb last year student hunn muze corporate lawyer banane ke liye kya kya preparations Krna padega aabhi se ? Intranship compulsory hain?
Sir maine sirf three year degree cource kiya hai LL. B me. mujhe corporate lawyer bannaa hai patna me koi college hai jo ye cource karwata ho
Sir I am Ashish Trivedi from Mohammdi Dist Lakhimpur Kheri in UP and my Qualifications LLB please help me
Me corporate Lawyer Banna Chahta hu